19 वर्षीय सैम कोंस्टास टेस्ट क्रिकेट में अपनी आक्रामकता और आत्मविश्वास के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने पहले टेस्ट में ही अपनी मौजूदगी महसूस कराई, लेकिन इसके साथ ही उनका व्यवहार भी विवादों में रहा।
सिडनी टेस्ट के दूसरे दिन, कोंस्टास ने जसप्रीत बुमराह को उकसाया, जिसके परिणामस्वरूप बुमराह ने उस्मान खवाजा को आखिरी गेंद पर आउट किया।
टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण के समय, कोंस्टास ने 50 रन बनाने के बाद दर्शकों को और उत्साहित करने की कोशिश की, जिससे उनकी आलोचना हुई।
कोंस्टास ने बुमराह के सामने बिना डर के बल्लेबाजी की और पहली बार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में बुमराह को रिवर्स रैम्प शॉट मारा, जिसे लेकर लोग हैरान थे।
मेलबर्न में कोंस्टास और विराट कोहली के बीच टकराव हुआ, जब कोहली ने कोंस्टास को शोल्डर चार्ज किया। इसके बाद कोंस्टास को 20% जुर्माना और एक डिमेरिट पॉइंट मिला। इसके बावजूद, कोंस्टास ने अपने रवैये से पीछे नहीं हटे।
सिडनी में कोंस्टास और बुमराह के बीच तनाव बढ़ा, जब कोंस्टास ने बुमराह को उकसाने की कोशिश की। इसके बाद खवाजा का विकेट गिरा और भारत ने इसका जश्न मनाया।
टेस्ट जीतने के बाद कोंस्टास ने अपनी गलती स्वीकार की और कहा कि यह उनकी गलती थी, लेकिन क्रिकेट में ऐसी घटनाएँ होती रहती हैं। उन्होंने बुमराह को श्रेय देते हुए टीम की शानदार प्रदर्शन की सराहना की।