Big News 2025 |चुनाव से पहले बुरे फंसे अरविंद केजरीवाल! जाने पूरी खबर | Arvind Kejriwal

Delhi Election से पहले Arvind Kejriwal की मुश्किलें बढ़ीं: मनी लॉन्ड्रिंग केस और सुरक्षा खतरों पर बड़ी खबर

Delhi Election से पहले मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में गृह मंत्रालय ने मनी लॉन्ड्रिंग और शराब नीति घोटाले के मामले में Arvind Kejriwal के खिलाफ केस चलाने की अनुमति दे दी है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी चार्जशीट में उन्हें इस पूरे घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता बताया है।

शराब नीति घोटाले में गंभीर आरोप

ईडी ने अपनी चार्जशीट में दावा किया है कि दिल्ली की विवादास्पद एक्साइज पॉलिसी के जरिए बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया गया। आरोप है कि यह नीति कुछ प्राइवेट कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए तैयार की गई थी। मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले में केजरीवाल को मुख्य आरोपी बताया गया है।

पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश दिया था कि किसी भी पब्लिक सर्वेंट के खिलाफ मुकदमा चलाने से पहले संबंधित अथॉरिटी की अनुमति जरूरी होगी। इसी के आधार पर गृह मंत्रालय ने केस चलाने की मंजूरी दी है। इससे पहले केजरीवाल ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर अपनी गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताया था, लेकिन अब गृह मंत्रालय की इस अनुमति के बाद उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का रास्ता साफ हो गया है।

Delhi Election से पहले बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम

दिल्ली में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, और ऐसे में यह मामला चुनावी माहौल को गर्म कर सकता है। आम आदमी पार्टी ने इस कार्रवाई को “राजनीतिक बदले की भावना” करार दिया है। पार्टी का कहना है कि केंद्र सरकार जानबूझकर केजरीवाल को निशाना बना रही है। वहीं, बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनके खिलाफ गंभीर भ्रष्टाचार के सबूत मौजूद हैं।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मामला चुनाव पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है। Arvind Kejriwal को एक साफ-सुथरी राजनीति के प्रतीक के रूप में देखा जाता रहा है, लेकिन इन आरोपों के बाद उनकी छवि को नुकसान पहुंच सकता है।

खालिस्तानी खतरे को लेकर अलर्ट जारी

केजरीवाल को केवल कानूनी ही नहीं, बल्कि सुरक्षा संबंधी चिंताओं का भी सामना करना पड़ रहा है। खुफिया एजेंसियों ने दिल्ली पुलिस को अलर्ट किया है कि उन्हें खालिस्तानी तत्वों से खतरा है। यह अलर्ट चुनाव प्रचार के दौरान उनकी सुरक्षा को लेकर आया है।

खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ कट्टरपंथी संगठन उन्हें निशाना बना सकते हैं। इसके मद्देनजर उनकी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इससे पहले भी उनके ऊपर प्रचार अभियान के दौरान हमले हो चुके हैं। हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में उन पर तरल पदार्थ फेंकने की घटना भी सामने आई थी।

निष्कर्ष

Delhi Election से पहले Arvind Kejriwal को कानूनी और सुरक्षा संबंधी दोहरी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जहां एक तरफ शराब नीति घोटाले के मामले में उन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं, वहीं दूसरी ओर खालिस्तानी खतरे के कारण उनकी सुरक्षा को लेकर भी चिंताएं बढ़ गई हैं।

चुनाव परिणामों पर इन घटनाओं का क्या असर पड़ेगा, यह देखना बाकी है। लेकिन इतना तय है कि यह मामला राजनीतिक और कानूनी दोनों मोर्चों पर गर्मा-गर्मी का कारण बनेगा।

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