Big News 2025 : “बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार, पीएम मोदी का बांग्लादेश को सख्त संदेश” | Modi on Bangladesh

Modi on Bangladesh: भारत का सख्त संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में नवी मुंबई के खारघर में इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस) के नए मंदिर का उद्घाटन किया। इस आयोजन के दौरान उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं और इस्कॉन पर हो रहे अत्याचारों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उनका यह बयान न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बना।

प्रधानमंत्री मोदी का बांग्लादेश के लिए स्पष्ट संदेश

बांग्लादेश में इस्कॉन के प्रमुख सदस्य चिन्मय कृष्णदास प्रभु को फर्जी राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी न केवल धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है, बल्कि हिंदू समुदाय के लिए एक बड़ी चिंता का विषय भी है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में इस घटनाक्रम की कड़ी निंदा की और कहा:

“भारत केवल भौगोलिक सीमाओं में बंधा हुआ एक टुकड़ा मात्र नहीं है। यह एक जीवंत धरती है, एक जीवन संस्कृति और परंपरा है।”

Modi on Bangladesh का यह संदेश इस बात का संकेत है कि भारत न केवल अपने देश में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हिंदुओं और धार्मिक संगठनों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

इस्कॉन की वैश्विक उपस्थिति और प्रधानमंत्री की प्रशंसा

प्रधानमंत्री मोदी ने इस्कॉन की वैश्विक उपलब्धियों की सराहना की। इस्कॉन के 80 से अधिक देशों में 400 से अधिक मंदिर हैं, जो भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि जो लोग इस्कॉन को आतंकवादी संगठन घोषित करने की कोशिश कर रहे हैं, वे सच्चाई से दूर भाग रहे हैं।

बांग्लादेश में बढ़ता कट्टरपंथ और हिंदुओं पर अत्याचार

बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचार किसी से छुपे नहीं हैं। शेख हसीना सरकार के कमजोर नेतृत्व के कारण कट्टरपंथी ताकतें वहां खुलकर अपनी गतिविधियां चला रही हैं। मोहम्मद यूनुस जैसे व्यक्तियों का कट्टरपंथियों के साथ मिलकर हिंदुओं और इस्कॉन को निशाना बनाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि Modi on Bangladesh का संदेश स्पष्ट है: भारत इस तरह के अत्याचारों को चुपचाप नहीं देखेगा।

कृष्ण भक्तों के लिए नई उम्मीद

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और उनके बयान ने कृष्ण भक्तों के आत्मविश्वास को नई ऊंचाई दी है। नवी मुंबई के इस्कॉन मंदिर के उद्घाटन के दौरान उन्होंने प्रथम आरती की और यह संदेश दिया कि इस कठिन समय में भारत सरकार उनके साथ है।

एक भक्त ने कहा:

“प्रधानमंत्री मोदी का इस्कॉन के साथ खड़ा होना यह साबित करता है कि हिंदू धर्म और इसकी परंपराओं की रक्षा के लिए भारत प्रतिबद्ध है।”

दुनिया का ध्यान बांग्लादेश की समस्या पर

प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार और इस्कॉन के खिलाफ साजिशों को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर चर्चा शुरू हो गई है। Modi on Bangladesh ने यह साफ कर दिया कि भारत किसी भी धार्मिक संगठन या अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों की अनदेखी नहीं करेगा।

प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प और निष्कर्ष

प्रधानमंत्री मोदी ने इस्कॉन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति और धर्म को बचाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।

नवी मुंबई में इस्कॉन मंदिर का उद्घाटन केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं था, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक शक्ति का प्रदर्शन था। प्रधानमंत्री मोदी ने यह साबित कर दिया है कि भारत हमेशा अपने धर्म, संस्कृति और परंपराओं की रक्षा के लिए खड़ा रहेगा।

“Modi on Bangladesh: पीएम मोदी ने दिया कट्टरपंथियों को करारा जवाब”

यह कदम प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शिता और धर्मनिरपेक्षता का प्रतीक है, जो पूरी दुनिया के लिए एक प्रेरणा है।

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