दिल्ली चुनाव में क्या पंजाबियों को निशाना बनाया जा रहा है? अरविंद केजरीवाल ने अमित शाह से क्यों मांगा इस्तीफा? | Delhi Election 2025

दिल्ली चुनाव: पंजाब की गाड़ियों पर विवाद से गरमाई राजनीति

दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Election) के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। इस बार विवाद का केंद्र बना है दिल्ली में घूम रही पंजाब नंबर की गाड़ियां। बीजेपी के प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि इन गाड़ियों में बैठे लोग दिल्ली की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं। वहीं, आप संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने इन आरोपों को खारिज करते हुए गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की है।


प्रवेश वर्मा के आरोप: सुरक्षा पर सवाल

प्रवेश वर्मा का आरोप है कि दिल्ली में बड़ी संख्या में पंजाब नंबर की गाड़ियां घूम रही हैं। उनका कहना है कि ये गाड़ियां चुनावी माहौल को प्रभावित कर रही हैं और इनसे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है। उन्होंने दावा किया कि निजी गाड़ियों पर “पंजाब सरकार” के स्टीकर लगे हुए हैं, जिनका उपयोग आप कार्यकर्ता वोटरों को प्रभावित करने के लिए कर रहे हैं।

वर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि इन गाड़ियों में शराब, पैसा और सीसीटीवी कैमरे बांटे जा रहे हैं। वर्मा ने यह मुद्दा चुनाव आयोग और दिल्ली पुलिस के सामने उठाया है। उनका कहना है,

“पिछले एक हफ्ते में हजारों पंजाब नंबर की गाड़ियां दिल्ली में देखी गई हैं। इन गाड़ियों में कौन लोग बैठे हैं, इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। इससे सुरक्षा पर खतरा हो सकता है।”


अरविंद केजरीवाल का पलटवार: “पंजाबियों का अपमान”

प्रवेश वर्मा के बयान पर अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने वर्मा पर पंजाबियों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा,

“क्या सभी पंजाबी आतंकवादी हैं? क्या सारे पंजाबी देशद्रोही हैं? यह बयान न केवल पंजाबियों का अपमान है बल्कि देश की एकता पर सवाल खड़ा करता है।”

केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि दिल्ली में कानून-व्यवस्था गृह मंत्रालय के अधीन आती है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह समुदायों के बीच दरार पैदा करने की राजनीति कर रही है।


भगवंत मान और आप की रणनीति

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी वर्मा के आरोपों को खारिज किया। उनका कहना है कि बीजेपी चुनाव हारने के डर से ऐसे निराधार आरोप लगा रही है। उन्होंने सवाल किया,

“क्या पंजाबियों को दिल्ली में आना मना है? क्या यह उनका लोकतांत्रिक अधिकार नहीं है?”

आम आदमी पार्टी के नेताओं का दावा है कि दिल्ली चुनाव (Delhi Election) में बीजेपी इस विवाद का इस्तेमाल जनता का ध्यान भटकाने के लिए कर रही है। आप का कहना है कि दिल्ली की जनता उनकी सरकार के विकास कार्यों को देख रही है और जाति-धर्म की राजनीति को नकार रही है।


चुनावी माहौल में बढ़ता तनाव

दिल्ली चुनाव के दौरान इस तरह के विवाद राजनीति को और गरमा रहे हैं। जहां बीजेपी इसे सुरक्षा का मुद्दा बता रही है, वहीं आप इसे चुनावी चाल कह रही है।

इस मामले ने दिल्ली के नागरिकों के बीच भी चर्चा को जन्म दिया है। कुछ लोग इसे सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा मानते हैं, जबकि कुछ इसे राजनीतिक प्रपंच मान रहे हैं।


निष्कर्ष

दिल्ली चुनाव (Delhi Election) में पंजाब नंबर की गाड़ियों का मुद्दा राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है। जहां बीजेपी इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ रही है, वहीं आप इसे अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और भगवंत मान के खिलाफ साजिश बता रही है।

ऐसे विवाद जनता के असल मुद्दों को पीछे छोड़ देते हैं। चुनाव आयोग और प्रशासन को इस मामले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। साथ ही, नेताओं को ध्यान रखना चाहिए कि उनकी राजनीति देश की एकता और लोकतंत्र को कमजोर न करे।

आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली की जनता किसे अपना समर्थन देती है। लेकिन असली सवाल यही है कि क्या चुनावी बहस असल मुद्दों पर केंद्रित होगी या ऐसे विवादों तक ही सीमित रह जाएगी।

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