Bihar Politics 2025: मोदी-शाह की लाख कोशिशें नाकाम, नीतीश के दांव ने बढ़ाई बीजेपी की टेंशन!

बिहार में बीजेपी की बढ़ती मुश्किलें: क्या एनडीए बिखर जाएगा?

बीजेपी को लगने लगा है कि इस बार बिहार उसके हाथ से फिसल सकता है। चुनाव से पहले एनडीए बिखर सकता है, और बीजेपी के लिए सहयोगियों को एकजुट रखना बड़ी चुनौती बन गया है। यही वजह है कि बीजेपी अब बिहार में हर पैतरा अपना रही है। “Nitish Kumar News” और “Bihar politics” से जुड़े घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं।

नीतीश कुमार पर बीजेपी की नजर

48 घंटों के अंदर तीन ऐसी चीजें हुई हैं जिससे जानकारों का कहना है कि बिहार में बीजेपी बेहद डरी हुई है। खासकर नीतीश कुमार पर बीजेपी पूरा फोकस कर रही है क्योंकि उसे लग रहा है कि अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर टेंशन में नीतीश कभी भी पाला बदल सकते हैं। इसलिए बीजेपी ने नीतीश को अपने साथ रखने के लिए हर कोशिश शुरू कर दी है। “Nitish Kumar News” से जुड़ी खबरों में भी यह साफ दिख रहा है।

बीजेपी को नीतीश के जाने का डर क्यों?

सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिर बीजेपी को नीतीश के जाने का डर क्यों लग रहा है? अगर नीतीश जाते भी हैं तो बीजेपी को क्या नुकसान होगा? “Bihar politics” में यह सबसे अहम मुद्दा बन चुका है। नीतीश कुमार के महागठबंधन के साथ जाने की अटकलें तेज हो गई हैं, जिससे बीजेपी की परेशानी बढ़ रही है।

मुस्लिम समुदाय की नाराजगी

वक्फ संशोधन बिल को लेकर मुस्लिम समुदाय में नाराजगी है, जिससे बिहार में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। विरोध प्रदर्शनों के बाद नीतीश कुमार ने मुस्लिम समुदाय को साधने के लिए रोजा इफ्तार पार्टी की घोषणा की, लेकिन मुस्लिम समुदाय ने पार्टी से दूरी बना ली। इसके बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी को सख्त अल्टीमेटम दिया कि अगर जेडीयू का साथ चाहिए तो मुस्लिमों को मनाना जरूरी है। “Bihar politics” में यह बड़ा मुद्दा बन चुका है।

बीजेपी की रणनीति और असफलता

बीजेपी ने मुस्लिमों को साधने के लिए कई कोशिशें कीं, लेकिन उसकी रणनीति सफल नहीं हो रही है। जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर ने बयान देकर साफ कर दिया कि नीतीश कुमार ने वक्फ बिल का विरोध करने का मन बना लिया है। इससे बीजेपी को बड़ा झटका लगा है और “Nitish Kumar News” में यह बड़ी खबर बनी हुई है।

एनडीए की अंदरूनी कलह

एनडीए के भीतर दरारें साफ नजर आ रही हैं। चिराग पासवान भी नाराज हैं और दबाव बना रहे हैं। कांग्रेस और आरजेडी की बढ़ती नजदीकियों से बीजेपी परेशान है। “Bihar politics” में यह साफ दिख रहा है कि महागठबंधन मजबूत हो रहा है, जिससे बीजेपी को एनडीए के कमजोर होने का डर सता रहा है।

बीजेपी की आखिरी चाल: केंद्रीय जांच एजेंसियों का उपयोग

बीजेपी ने अपना आखिरी दांव खेलते हुए केंद्रीय जांच एजेंसियों को सक्रिय कर दिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नीतीश कुमार के करीबी आईएएस अधिकारी संजीव हंस और अन्य अधिकारियों के यहां छापेमारी की। “Nitish Kumar News” में इस कार्रवाई को बीजेपी की रणनीति के तहत देखा जा रहा है।

चुनाव से पहले एनडीए की स्थिति

अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या चुनाव से पहले बीजेपी एनडीए को एकजुट रख पाएगी या फिर यह गठबंधन बिखर जाएगा? “Bihar politics” में यह सबसे बड़ा मुद्दा बन चुका है। नीतीश कुमार और चिराग पासवान दोनों ही आरजेडी के करीब हैं, जिससे बीजेपी की चिंता बढ़ रही है।

निष्कर्ष

Bihar Politics | बिहार की राजनीति में लगातार बदलाव हो रहे हैं। बीजेपी के सामने चुनौती है कि वह अपने सहयोगियों को साथ रखे। लेकिन नीतीश कुमार और अन्य नेताओं के रुख को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि एनडीए अपनी मजबूती बनाए रख पाएगा। “Nitish Kumar News” और “Bihar politics” से जुड़े आगे के घटनाक्रम पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।

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