Jay shah : क्रिकेट की दुनिया में भारत का दबदबा
क्रिकेट की दुनिया में भारत का डंका जोर से बजा है, इतना जोर से बजा है की चीन और पाकिस्तान वालों के कान के पर्दे फटे रहे जाएंगे। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के सेक्रेटरी जय शाह को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के सबसे शक्तिशाली पद – अध्यक्ष के लिए निर्विरोध चुना गया है।
Jay shah सबसे युवा चेयरमैन हैं। चूँकि जय शाह ICC के इस पद पर चुने जाने वाले पांचवें भारतीय और पहले गुजराती हैं, उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में गुजरात एवं देश को और अधिक गौरवान्वित किया है। ICC के चेयरमैन चुने जाने के बाद Jay shah icc chairman ने कहा है कि वह क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर ले जाने की कोशिश करेंगे।
बीसीसीआई के संविधान के मुताबिक पदाधिकारी राज्य संघ और राष्ट्रीय संघ में नौ-नौ साल यानी कुल 18 साल तक काम कर सकते हैं। लेकिन एक समय में लगातार छह वर्षों तक पद पर रहने के बाद, उसके बाद तीन साल का विश्राम लेना अनिवार्य है। जय शाह 2019 से बीसीसीआई के सचिव हैं। उन्हें अगले साल से 2028 तक छुट्टी लेनी होगी। अब शाह आईसीसी में दो-दो घंटे के दो कार्यकाल पूरे कर सकेंगे। इसके बाद 2028 में उनकी बीसीसीआई में वापसी संभव होगी।
आपको बता दे की बीसीसीआई सबसे ताकतवर और अमीर क्रिकेट बोर्ड है। ICC का लगभग 75 प्रतिशत राजस्व अकेले भारत से आता है। चूँकि यह स्पष्ट नहीं था कि जय शाह इस पृष्ठभूमि पर अध्यक्ष पद के लिए आवेदन करेंगे या नहीं, ‘आईसीसी’ के अधिकांश सदस्यों ने उनके प्रति अपना समर्थन दिखाया। जब जय शाह बीसीसीआई सचिव बने, तो भाजपा के आलोचक उनके खिलाफ हो गए, लेकिन युवा प्रशासक ने पहले कुछ महीनों में मीडिया से दूरी बनाए रखी और चुपचाप भारतीय क्रिकेट के प्रशासन में लग गए।
जय शाह बीसीसीआई में अपने कार्यकाल के दौरान सीनियर खिलाड़ियों से सलाह लेते थे। उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रित बुमरा और हार्दिक पंड्या जैसे खिलाड़ियों की बात सुनी और उनके साथ बेहतर तालमेल बनाया। यही कारण है कि रोहित शर्मा ने इस साल की शुरुआत में जय शाह को ‘तीन स्तंभों’ में से एक कहा था, जिसने वेस्टइंडीज में टी20 विश्व कप जीत को संभव बनाया।
Jay shah icc chairman के सामने सबसे बड़ी चुनौती पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी करना है। एशियाई क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष के रूप में, शाह ने हाइब्रिड प्रारूप का समर्थन किया है। इसी आधार पर 2023 का एशिया कप पाकिस्तान और श्रीलंका में आयोजित किया गया था। यह देखते हुए कि भारत सरकार टीम को पाकिस्तान दौरे की इजाजत नहीं देगी, ऐसे में चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन का विकल्प खुला रहेगा।
Jay shah केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के दिग्गजनेता अमित शाह के बेटे है। विपक्ष अक्सर याआप लगता विपक्ष के नेता अक्सर यह आरोप लगाते रहते हैं की अमित शाह के बेटे होने के कारण जैसा jay shah को भारतीय क्रिकेट बोर्ड में सेक्रेटरी बनाया गया है। मगर पूरी दुनिया ने देखा की जय शाह के नेतृत्व में कहीं भारतीय क्रिकेट टीम एवं बीसीसीआई ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर कई शानदार प्रदर्शन किए और अच्छे परिणाम भी प्राप्त किए।