छांगुर बाबा और हिन्दू महिलाओ के धर्मांतरण रैकेट की कहानी, जो सुनकर दंग रह जाएंगे! | Chhangur baba news 2025

छांगुर बाबा धर्मांतरण रैकेट: 100 करोड़ की साजिश और ATS की गिरफ्तारी

🔍 परिचय

धर्म और आस्था भारतीय समाज की नींव माने जाते हैं, लेकिन जब इनका दुरुपयोग लालच, धोखे और साजिश के लिए किया जाए, तो यह एक गंभीर सामाजिक खतरा बन जाता है। हाल ही में उत्तर प्रदेश में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। बात हो रही है छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन की, जिसे ATS ने 100 करोड़ के धर्मांतरण रैकेट के मास्टरमाइंड के रूप में गिरफ्तार किया है।

यह लेख chhangur baba news से जुड़ी पूरी जानकारी, इससे जुड़ी साजिश, कानूनी कार्रवाई और सामाजिक प्रभाव पर प्रकाश डालता है।


🕵️‍♂️ छांगुर बाबा कौन है?

छांगुर बाबा असल में जमालुद्दीन नामक व्यक्ति है, जो पहले हिंदू था लेकिन बाद में इस्लाम धर्म अपना लिया। उसने खुद को एक “बाबा” के रूप में प्रचारित किया और कथित तौर पर धर्मांतरण का एक बड़ा नेटवर्क चलाता रहा।
उसकी पत्नी, पहले नीतू नाम से जानी जाती थी, बाद में नसीरीन बन गई। दोनों ने मिलकर एक ऐसा रैकेट खड़ा किया जिसने सैकड़ों निर्दोष लोगों, विशेषकर महिलाओं को धर्म बदलने के लिए मजबूर किया।


🚨 ATS की बड़ी कार्रवाई

उत्तर प्रदेश ATS ने 6 जुलाई 2025 को जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसकी पत्नी को बलरामपुर जिले के मधपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी से पहले बाबा के खिलाफ ₹50,000 का इनाम घोषित किया गया था और गैर-जमानती वारंट भी जारी किया गया था।

गिरफ्तारी के बाद बाबा को अदालत में पेश किया गया और फिर लखनऊ जिला जेल भेजा गया। यह chhangur baba news का सबसे महत्वपूर्ण मोड़ था।


💰 100 करोड़ की रूपांतरण साजिश

ATS की जांच में सामने आया कि यह गिरोह एक सुनियोजित ढंग से काम करता था।

  • कमजोर वर्ग की महिलाओं, विधवाओं और गरीब परिवारों को धार्मिक आधार पर लालच, शादी के झांसे या डर दिखाकर इस्लाम कबूल करवाया जाता था।
  • इस गिरोह ने 100 करोड़ रुपये से अधिक विदेशी फंडिंग का इस्तेमाल धर्मांतरण के लिए किया।

📑 रेट लिस्ट का खुलासा

ATS को बाबा के पास से एक डायरी मिली जिसमें वर्ग आधारित धर्मांतरण रेट लिखा था:

वर्गरेट
ब्राह्मण/क्षत्रिय महिलाएं₹15-16 लाख
पिछड़ा वर्ग (OBC)₹10-12 लाख
अन्य₹8-10 लाख

इससे यह स्पष्ट होता है कि धर्मांतरण केवल आस्था नहीं बल्कि पैसे और वर्गभेद का व्यापार बन गया है।


✈️ विदेश यात्राएं और नेटवर्क

जांच एजेंसियों के अनुसार, बाबा और उसका गिरोह लगभग 40 बार इस्लामी देशों की यात्राएं कर चुका है।
इन यात्राओं का उद्देश्य धर्मांतरण से जुड़े फंड जुटाना, प्रशिक्षण लेना और नेटवर्क बनाना था।

इस chhangur baba news की परतें अब अंतरराष्ट्रीय साजिश की ओर भी इशारा कर रही हैं।


🧱 संपत्ति पर प्रशासन का बुलडोजर

गिरफ्तारी के दो दिन बाद, 8 जुलाई 2025 को प्रशासन ने बाबा की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया
इन संपत्तियों में धर्मांतरण केंद्र, आश्रय स्थल और मीटिंग पॉइंट शामिल थे।
यह कड़ी कार्रवाई बाबा के नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।


👩‍⚖️ महिला आयोग की सख्त प्रतिक्रिया

उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने बाबा के लिए फांसी की सजा की मांग की।
उनका बयान, “हमारी बेटियां कोई प्रयोगशाला नहीं हैं,” सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ।
यह chhangur baba news में नैतिक पक्ष को उजागर करता है।


⚖️ कानूनी कार्रवाई और धाराएं

ATS ने छांगुर बाबा और उसके साथियों पर UP Prohibition of Unlawful Religious Conversion Act, 2021 के तहत मामला दर्ज किया है।
आगे चलकर जांच में NIA और ED जैसी एजेंसियों की भी भूमिका संभव है क्योंकि मामला विदेशी फंडिंग और देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है।


🗣️ राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप

गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक हलकों में भी हलचल बढ़ गई।
कुछ रिपोर्टों के मुताबिक, एक वरिष्ठ जज की पत्नी की भूमिका भी एक जमीन सौदे में सामने आई है।
विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, जिससे यह मुद्दा सिर्फ कानूनी नहीं बल्कि राजनीतिक रूप से संवेदनशील बन चुका है।


🙍‍♀️ सामाजिक प्रभाव और जनता का रोष

इस खबर ने समाज में गहरी चिंता पैदा की है।
कई महिलाएं आगे आकर बता रही हैं कि उन्हें कैसे लालच, धमकी या धोखे से फंसाया गया।
जनता की मांग है कि धर्मांतरण के मामलों में कड़ी सजा और कानूनों को और सख्त किया जाए।


🔮 आगे की संभावनाएं

  • ATS पूरे नेटवर्क की छानबीन कर रही है।
  • विदेशी खातों और लेन-देन की जांच ED कर सकती है।
  • अदालत में जल्द ही बाबा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
  • यह chhangur baba news देशभर में एक नज़ीर बन सकती है, जिससे धर्मांतरण की साजिशें उजागर हो सकें।

✍️ निष्कर्ष

छांगुर बाबा का मामला धर्मांतरण की आड़ में फैले एक ऐसे गहरे षड्यंत्र का खुलासा करता है, जो देश की आस्था, अखंडता और कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन गया है।
इस केस ने यह साबित कर दिया है कि धर्म के नाम पर चलने वाली संगठित आपराधिक गतिविधियों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

chhangur baba news सिर्फ एक व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं, बल्कि देश के लिए एक चेतावनी है – अब समय है, जब धर्म, आस्था और मानवाधिकारों के शोषण के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा।

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