Ayodhya में राम मंदिर की सुरक्षा को लेकर बढ़ाई गई कड़ी सुरक्षा व्यवस्था: धमकी के बाद प्रशासन अलर्ट
अयोध्या (Ayodhya) में निर्माणाधीन भगवान श्री राम का भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) एक बार फिर से आतंकी निशाने पर है। हाल ही में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने धमकी दी कि 16-17 नवंबर को इस मंदिर पर हमला किया जाएगा।
इस धमकी के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सख्त कर दिया गया है। अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) की सुरक्षा के हर पहलू पर प्रशासन नजर रख रहा है और किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए पूरी तरह सतर्क है।
खालिस्तानी आतंकी द्वारा Ayodhya और Ram Mandir पर धमकी
इस धमकी का स्रोत खालिस्तानी आतंकी पन्नू है, जो लंबे समय से भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त है। उसने एक वीडियो जारी कर अयोध्या के राम मंदिर (Ram Mandir) पर हमले की धमकी दी और हिंदू विचारधारा पर हमला करने की बात कही।
पन्नू का यह वीडियो कनाडा में शूट किया गया है, जहां से वह भारत के खिलाफ अपने गतिविधियों को अंजाम देता रहा है। कनाडा में इस प्रकार के खालिस्तानी आतंकियों को राजनीतिक संरक्षण मिलना विवाद का विषय बना हुआ है।
अयोध्या में राम मंदिर की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
धमकी मिलने के बाद से अयोध्या (Ayodhya) में हर तरफ सुरक्षा का घेरा और मजबूत कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि अयोध्या और खासकर राम मंदिर (Ram Mandir) के आसपास का क्षेत्र, जिसे येलो जोन कहा जाता है, अब अत्यधिक सुरक्षा के तहत है। यहां पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवान तैनात हैं और जगह-जगह चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था को तीन जोनों में बांटा गया है – रेड जोन, ब्लू जोन, और येलो जोन:
- रेड जोन: इसमें राम जन्मभूमि और उसका अधिगृहित क्षेत्र आता है, जहां सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं।
- ब्लू जोन: यह अयोध्या के भीतर का वह क्षेत्र है जहां शहर के अन्य हिस्से आते हैं, और यहां पुलिस का सतर्कता अभियान जारी है।
- येलो जोन: इसमें अयोध्या को जोड़ने वाले सभी रास्ते आते हैं, और यहां सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं।
पुलिस का सतर्क अभियान और फ्लैग मार्च
अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) की सुरक्षा को लेकर पुलिस का एक बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। जगह-जगह चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं, और हर आने-जाने वाले की गहनता से जांच की जा रही है। इसके साथ ही पुलिस ने शहर में फ्लैग मार्च भी किया, ताकि स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं के बीच सुरक्षा का संदेश पहुंचाया जा सके।
इसके अलावा, पूरे क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरों की मदद से निगरानी रखी जा रही है, जिससे आने-जाने वाले सभी पर नजर रखी जा सके। विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों को भी अलर्ट पर रखा गया है, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
पन्नू और उसका भारत विरोधी एजेंडा
पन्नू का नाम भारत में आतंकवादी गतिविधियों के कारण जाना जाता है। वह पहले भी कई बार भारत के खिलाफ धमकियां दे चुका है। हाल ही में उसने एयर इंडिया की एक फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी दी थी।
इसके अलावा, कनाडा में हिंदू मंदिरों पर हमले कराना और वहां की हिंदू आबादी के खिलाफ साजिशें रचना उसकी गतिविधियों में शामिल है। पन्नू को कनाडा और अमेरिका दोनों देशों की नागरिकता प्राप्त है, और उसे वहां की सरकारों से अप्रत्यक्ष समर्थन भी मिलता है।
पन्नू का यह खालिस्तानी एजेंडा भारत के प्रति उसकी नफरत को दर्शाता है। वह ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ नाम से एक संगठन चलाता है, जो भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है। भारत सरकार ने उसे कई साल पहले ही आतंकी घोषित कर दिया था, और उसकी गिरफ्तारी के लिए कई वारंट भी जारी किए जा चुके हैं। इसके बावजूद, कनाडा और अमेरिका से वह अपने देश विरोधी अभियान को जारी रखता है।
भारत में आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता
भारत में धार्मिक स्थलों और सांस्कृतिक प्रतीकों पर खालिस्तानी आतंकियों द्वारा हमले की धमकी नई बात नहीं है। ऐसे में भारत की जनता और सरकार का रुख हमेशा से स्पष्ट है। किसी भी प्रकार की हिंसा और आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत की जनता हमेशा तैयार रही है।
हाल ही में कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर हमले के बाद वहां की हिंदू समुदाय ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया और खालिस्तानी तत्वों को साफ संदेश दिया कि उनकी नफरत फैलाने की कोशिशें सफल नहीं होंगी। भारत में भी अयोध्या (Ayodhya) और अन्य धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं, जो दर्शाते हैं कि आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ भारत कभी झुकेगा नहीं।
कनाडा सरकार पर सवाल और ट्रूडो की भूमिका
खालिस्तानी आतंकवाद का मुद्दा कनाडा और भारत के रिश्तों में भी तनाव पैदा कर रहा है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर लंबे समय से खालिस्तानी आतंकियों को शरण देने और उन पर कार्रवाई न करने का आरोप लगता रहा है। ट्रूडो की सरकार पर आरोप है कि वह अपनी राजनीतिक मजबूरियों के कारण इन आतंकियों को बढ़ावा दे रही है।
हाल ही में कनाडा में एक और खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह डाला की गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हुआ कि कनाडा पुलिस ने उसके खिलाफ कार्रवाई की थी। हालांकि, ट्रूडो सरकार ने इस विषय पर चुप्पी साध रखी है और भारत पर निराधार आरोप मढ़ती रही है।
निष्कर्ष
अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) को लेकर खालिस्तानी आतंकी पन्नू की धमकी के बाद भारत में सुरक्षा व्यवस्था को अत्यधिक सख्त कर दिया गया है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं और अयोध्या के तीन सुरक्षा जोनों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
भारत के धार्मिक स्थलों पर हमले की धमकियों का जनता और प्रशासन मिलकर मुकाबला कर रहे हैं और ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए संकल्पित हैं। अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) के प्रति किसी भी प्रकार की हिंसा या धमकी का डटकर सामना करने के लिए भारत तैयार है।
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