दिल्ली में बच्चों का राजनीतिक इस्तेमाल: केजरीवाल पर बड़े आरोप | Delhi Elections 2025

केजरीवाल सरकार पर बीजेपी का वार: बच्चों का राजनीतिक इस्तेमाल और अधूरे वादों पर सवाल

Delhi Elections 2025 | बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी आम आदमी पार्टी (AAP) पर तीखे हमले किए। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने न केवल बच्चों का राजनीतिक इस्तेमाल किया है, बल्कि अपने वादों को भी पूरा करने में पूरी तरह विफल रही है। इस लेख में हम उनके बयान और लगाए गए आरोपों पर विस्तृत चर्चा करेंगे।

बच्चों का राजनीतिक इस्तेमाल: क्या है आरोप?

गौरव भाटिया ने प्रेस वार्ता में दावा किया कि केजरीवाल और उनकी सरकार ने मासूम बच्चों को राजनीतिक प्रचार के लिए इस्तेमाल किया है। उन्होंने इसे जुवेनाइल जस्टिस एक्ट, 2015 और राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) की गाइडलाइनों का उल्लंघन बताया।

  • NHRC का आदेश: 30 दिसंबर 2022 को NHRC ने आदेश पारित किया, जिसमें कहा गया कि बच्चों को राजनीति में शामिल करना या उनकी तस्वीरों और वीडियो का राजनीतिक प्रचार में उपयोग करना गैरकानूनी है।
  • चुनाव आयोग की गाइडलाइन्स: 5 फरवरी 2024 को चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि बच्चों को किसी भी प्रकार की राजनीतिक गतिविधियों में शामिल करना अवैध है।

गौरव भाटिया ने कहा कि NHRC ने केजरीवाल सरकार द्वारा बच्चों के वीडियो का राजनीतिक इस्तेमाल किए जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि NHRC के निर्देशों के बावजूद, संबंधित वीडियो को अभी तक हटाया नहीं गया है।

केजरीवाल सरकार पर अधूरे वादों के आरोप

गौरव भाटिया ने केजरीवाल सरकार पर कई वादों को पूरा न करने का आरोप लगाया। उनके अनुसार, आम आदमी पार्टी ने जनता से बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन अधिकांश वादे अधूरे रह गए।

अधूरे वादों की सूची:

  1. 500 नए स्कूल बनाने का वादा: वादा किया गया था, लेकिन जमीन पर कुछ नहीं हुआ।
  2. 20 नए कॉलेज: एक भी कॉलेज नहीं बनाया गया।
  3. 15 लाख सीसीटीवी कैमरे: लगाने का दावा किया गया था, लेकिन यह भी अधूरा रहा।
  4. 5000 नई डीटीसी बसें: इनमें से एक भी बस नहीं आई।
  5. 8 लाख नौकरियां: युवाओं को नौकरी देने का वादा खोखला साबित हुआ।
  6. 1000 मोहल्ला क्लीनिक: क्लीनिकों की स्थिति दयनीय है और संख्या भी कम है।
  7. यमुना सफाई: यमुना को साफ करने का दावा किया गया, लेकिन स्थिति जस की तस है।
  8. पूरे दिल्ली में वाईफाई: यह योजना भी कागजों तक ही सीमित रही।

राजनीति में झूठ और फरेब का आरोप

गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति करती है। उन्होंने कहा कि जनता केजरीवाल की नई चालों और झूठ को अब और बर्दाश्त नहीं करेगी।

  • उन्होंने कहा, “केजरीवाल चुनावों के समय नए जुमले और फरेब लेकर आते हैं, लेकिन पुरानी योजनाओं और वादों पर चर्चा नहीं करते।”
  • गौरव भाटिया ने दिल्ली की जनता से अपील की कि वे झूठे वादों और खोखली राजनीति का करारा जवाब दें।

क्या कहता है कानून?

बच्चों का राजनीतिक इस्तेमाल न केवल अनैतिक है बल्कि कानूनी रूप से भी गलत है।

  1. जुवेनाइल जस्टिस एक्ट, 2015: इस कानून के तहत बच्चों को किसी भी प्रकार की असंवैधानिक गतिविधियों में शामिल करना दंडनीय अपराध है।
  2. चुनाव आयोग की गाइडलाइन्स: यह सुनिश्चित करती हैं कि बच्चों को राजनीति से दूर रखा जाए।

जनता के लिए सवाल | Delhi Elections 2025

गौरव भाटिया ने कहा कि अब समय आ गया है कि जनता केजरीवाल सरकार से उनके कामकाज का हिसाब मांगे।

  • क्या 500 नए स्कूल बने?
  • क्या यमुना साफ हुई?
  • क्या युवाओं को नौकरी मिली?
  • क्या मोहल्ला क्लीनिक वाकई प्रभावी हैं?
Delhi Elections 2025 | केजरीवाल सरकार के खिलाफ बीजेपी का रिपोर्ट कार्ड

निष्कर्ष

गौरव भाटिया के आरोप गंभीर हैं और जनता को सोचने पर मजबूर करते हैं। अगर केजरीवाल सरकार ने वादों को पूरा नहीं किया और बच्चों का राजनीतिक इस्तेमाल किया, तो यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है।

Delhi Elections 2025 | दिल्ली की जनता को अब यह तय करना होगा कि वे ऐसे नेताओं को कितनी बार मौका देना चाहती है जो वादे तो बड़े-बड़े करते हैं, लेकिन उन्हें निभाने में असफल रहते हैं।

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