
Delhi Election 2025 | दिल्ली में इस समय राजनीतिक माहौल गरमा गया है। बीजेपी द्वारा पूर्वांचल सम्मान मार्च निकाला जा रहा है। यह मार्च दिल्ली में बीजेपी के पुराने मुख्यालय, 11 अशोक रोड से शुरू होकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास, 5 फिरोज शाह रोड तक गया। इस मार्च के माध्यम से बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल के उस बयान पर विरोध जताया, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर यूपी और बिहार के लोगों को फर्जी वोटर कहा था।
केजरीवाल के बयान पर विवाद
अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद बयान दिया था कि बीजेपी यूपी और बिहार से लोगों को लाकर दिल्ली का फर्जी वोटर बना रही है। इस बयान को बीजेपी ने पूर्वांचल के लोगों का अपमान बताया और इसके विरोध में यह मार्च निकाला। बीजेपी का कहना है कि केजरीवाल लगातार पूर्वांचली समुदाय का अपमान कर रहे हैं और उनके इस बयान से यूपी-बिहार के लोगों की भावनाओं को गहरी चोट पहुंची है।
बीजेपी का आरोप: पूर्वांचली समाज का अपमान
मार्च में शामिल लोगों का कहना था कि अरविंद केजरीवाल ने न केवल पूर्वांचल के लोगों का अपमान किया, बल्कि उनकी मेहनत और योगदान को भी नजरअंदाज किया।
- पूर्वांचली समाज दिल्ली के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
- मेट्रो निर्माण, सड़कें, फ्लाईओवर, और अन्य बुनियादी ढांचे में पूर्वांचली मजदूरों ने अपने खून-पसीने से योगदान दिया है।
- बीजेपी नेताओं ने केजरीवाल पर आरोप लगाया कि वह बार-बार पूर्वांचली समाज को निशाना बनाते हैं और उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करते हैं।
विरोध प्रदर्शन में महिलाओं की भागीदारी
इस मार्च में बड़ी संख्या में पूर्वांचली महिलाएं शामिल हुईं। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि वे केजरीवाल के बयानों से आहत हैं और उनका यह कदम पूर्वांचली समुदाय के प्रति असम्मान को उजागर करता है।
महिलाओं ने कहा:
“केजरीवाल बार-बार कहते हैं कि पूर्वांचली लोग यहां गंदगी फैलाते हैं, लिट्टी-चोखा खाकर चले जाते हैं। लेकिन यह गलत है। हम यहां दिल्ली के विकास में योगदान करते हैं और सम्मान चाहते हैं।”
राजनीतिक बयानबाजी और पूर्वांचली समाज
दिल्ली में पूर्वांचली समाज एक बड़ा वोट बैंक माना जाता है।
- पूर्वांचली समाज ने दिल्ली की राजनीति में कई बार महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- प्रदर्शनकारियों का कहना है कि आम आदमी पार्टी की सत्ता इन्हीं लोगों की वजह से आई, लेकिन अब वही पार्टी इस समुदाय का अपमान कर रही है।
बीजेपी ने क्यों निकाला मार्च?
बीजेपी ने यह मार्च इसलिए निकाला ताकि अरविंद केजरीवाल के बयान के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करा सके।
- बीजेपी का कहना है कि केजरीवाल के बयान के पीछे उनका “पूर्वांचली-विरोधी” रवैया झलकता है।
- उन्होंने केजरीवाल पर यह भी आरोप लगाया कि वे रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को वोटर बनाने में लगे हैं, जबकि यूपी-बिहार के लोगों को फर्जी कह रहे हैं।
आम आदमी पार्टी की प्रतिक्रिया | Delhi Election 2025
इस पूरे विवाद पर आम आदमी पार्टी ने कहा कि केजरीवाल का बयान बीजेपी की “फर्जी वोटर बनाने की रणनीति” पर सवाल उठाने के लिए था। पार्टी ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है।
निष्कर्ष
पूर्वांचल सम्मान मार्च ने दिल्ली की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे दिया है।
- यह स्पष्ट है कि यूपी और बिहार के लोगों का दिल्ली में महत्वपूर्ण योगदान है।
- ऐसे में किसी भी राजनीतिक बयान का प्रभाव व्यापक हो सकता है।
- इस विवाद ने पूर्वांचली समाज को एकजुट कर दिया है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले Delhi Election 2025 में इसका असर कितना व्यापक होगा।
Delhi Election 2025 | यह विवाद सिर्फ राजनीतिक नहीं है, बल्कि यह समाज के एक बड़े वर्ग की भावनाओं और उनके सम्मान से जुड़ा है। ऐसी परिस्थितियों में नेताओं को बयान देते समय अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।