Paralympics 2024 medals | पैरालंपिक में भारत की उपलब्धियां पेरिस में संपन्न पैरालंपिक में भारत ने स्वर्णिम इतिहास रचा है। पेरिस पैरालिंपिक में भारत ने सात स्वर्ण, नौ रजत और 13 कांस्य सहित 29 पदकों के साथ अपना गौरवगान पूरे विश्व में कर लिया है।
Paralympics 2024 medals | भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
रियो ओलंपिक 2016 में भारत को सिर्फ तीन मेडल मिले थे। इस बीच, भारत ने पैरालिंपिक में दो स्वर्ण सहित चार पदक जीते और तब से सभी की निगाहें खेल पर टिकी हुई हैं। 2016 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार पैरालंपिक एथलीटों से मुलाकात करने गए। तब तक देश में दिव्यांगों के सशक्तिकरण के लिए सुगम्य अभियान भी शुरू किया गया था। विकलांग लोगों के साथ समान व्यवहार किया गया और पैरा-एथलीटों के लिए स्टेडियमों में विशेष रैंप और शौचालयों तक पहुंच बढ़ाई गई।
भारत छह ओलंपिक खेलों में चौथे स्थान पर रहा है, लेकिन केवल विश्व चैंपियनशिप में प्रदर्शन से ही ओलंपिक जीता जा सकता है। हालाँकि, कई खिलाड़ियों का कहना है कि जैसे-जैसे प्रतियोगिता करीब आती है, उन्हें तनाव महसूस होता है, नींद कम आती है। इसके लिए मनोवैज्ञानिक प्रशिक्षण की आवश्यकता है, जिसका यहां अभाव है।
अगर इन सबका ध्यान रखा जाए तो हमारे पैरा एथलीट बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। पैराएथलीट में मुरलीकांत पेसर ने 1972 में पैरालंपिक खेलों में भारत के लिए पहला पदक जीता था, जिनके जीवन पर ‘चंदू चैंपियन’ नाम की एक फिल्म भी बन चुकी है। Paralympics 2024 medals में भारत का प्रदर्शन इतना प्रभावशाली रहा है कि केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि भारत 2030 युवा ओलंपिक के लिए बोली लगाने के लिए तैयार है, जो 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
Paralympics 2024 medals | भले ही भारत को ओलंपिक में पावरहाउस बनने में समय लगा, लेकिन अपने पैराएथलीटों के अभूतपूर्व प्रदर्शन के बाद देश निश्चित रूप से पैरालिंपिक में पावरहाउस के रूप में उभरा है। हम Khabaranalyst.com की तरफ से पेरिस पैरालंपिक में बेहतर प्रदर्शन करने वाले सभी खिलाड़ियों और खास करके दिव्यांग एथलीटों को शुभकामनाएं देते हैं और उन पर गर्व करते है।