Jharkhand Assembly Election 2024 : झारखंड में एनडीए का सीट बंटवारे का फ़ॉर्मूला क्या है? पढ़े इस ब्लॉग में..

(Jharkhand Assembly Election 2024): एनडीए का सीट बंटवारा और राजनीतिक समीकरण

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के दलों के बीच सीट बंटवारे का फ़ॉर्मूला तय हो गया है। आज केंद्रीय मंत्री और झारखंड चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वा शर्मा ने एनडीए के सीट बंटवारे की आधिकारिक घोषणा की।

इस गठबंधन में बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी), आजसू (ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन), जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड), और चिराग पासवान की एलजेपी (लोक जनशक्ति पार्टी) शामिल हैं।

सीट बंटवारे का फ़ॉर्मूला

एनडीए के इस फ़ॉर्मूले के तहत, झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 (Jharkhand Assembly Election 2024) में बीजेपी सबसे ज्यादा 68 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। आजसू को 10 सीटें मिली हैं, जेडीयू को 2 सीटें, और एलजेपी आर को 1 सीट दी गई है। इस सीट बंटवारे के बाद एनडीए ने एक मजबूत और संयुक्त रूप में चुनाव मैदान में उतरने की योजना बनाई है।

इस चुनाव में झारखंड की अस्मिता को बचाने की बात भी कही जा रही है, और एनडीए इसे विकास और स्थायित्व के मुद्दे पर केंद्रित करने की कोशिश कर रही है। एनडीए का कहना है कि यह सिर्फ सत्ता की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह झारखंड की पहचान और विकास को सुरक्षित रखने की एक बड़ी जिम्मेदारी है।

बीजेपी: मुख्य दावेदार : Jharkhand Assembly Election 2024

एनडीए गठबंधन में बीजेपी सबसे बड़ा दल है, और वह झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में 68 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने जा रही है। पार्टी का लक्ष्य राज्य में सरकार बनाने के लिए बहुमत हासिल करना है। बीजेपी ने पिछले चुनावों में भी झारखंड में अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी है, और इस बार भी वह अपनी जीत को दोहराने की कोशिश कर रही है।

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मौके पर कहा कि यह चुनाव झारखंड के विकास, अस्मिता और पहचान को बचाने का है। पार्टी विकास और सुशासन के एजेंडे पर चुनाव लड़ने जा रही है।

आजसू को मिली 10 सीटें

ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) को 10 सीटें मिली हैं। आजसू का झारखंड की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान है, खासकर आदिवासी और ग्रामीण इलाकों में। आजसू झारखंड आंदोलन के समय से सक्रिय है और राज्य के स्थानीय मुद्दों पर विशेष ध्यान देती है।

पार्टी प्रमुख सुदेश महतो का क्षेत्रीय प्रभाव झारखंड के कई इलाकों में देखा जाता है, खासकर कोल्हान और संथाल परगना जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्रों में।

आजसू 11 सीटों की मांग कर रही थी, लेकिन अंततः उसे 10 सीटों पर संतुष्ट किया गया। यह देखना दिलचस्प होगा कि झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में आजसू अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों में कितनी सीटों पर जीत हासिल करती है।

जेडीयू और एलजेपी को सीमित सीटें

जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) को इस गठबंधन में 2 सीटें दी गई हैं। जेडीयू को जमशेदपुर वेस्ट और तमार जैसे प्रमुख इलाकों से लड़ने का मौका मिला है। इन सीटों पर जेडीयू का स्थानीय प्रभाव है और पार्टी वहां से मजबूत उम्मीदवारों को उतारने की तैयारी कर रही है। जेडीयू का झारखंड में प्रभाव सीमित है, लेकिन यह गठबंधन के तहत अपने हिस्से की सीटों पर जीत दर्ज करने की कोशिश करेगी।

चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) को केवल 1 सीट मिली है। एलजेपी का झारखंड में प्रभाव सीमित है, लेकिन पार्टी अपने राष्ट्रीय नेतृत्व और जातिगत समीकरणों के आधार पर एक सीट पर जोर लगाने की कोशिश करेगी।

सियासी समीकरण और चुनौतियां

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 (Jharkhand Assembly Election 2024) में एनडीए का यह गठबंधन विपक्ष के लिए एक बड़ी चुनौती है। सत्तारूढ़ गठबंधन, जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस शामिल हैं, एनडीए के इस मजबूत गठबंधन का सामना करने के लिए रणनीति बना रहा है।

बीजेपी और आजसू के बीच पुराने संबंध हैं, और दोनों दलों ने कई बार मिलकर चुनाव लड़ा है। हालांकि, बीच-बीच में मतभेद भी देखने को मिले हैं, लेकिन इस बार दोनों पार्टियां फिर से एकजुट होकर चुनाव लड़ रही हैं।

वहीं, विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस गठबंधन भी राज्य में मजबूत है। झामुमो का झारखंड के आदिवासी वोट बैंक पर गहरा प्रभाव है, और पार्टी प्रमुख हेमंत सोरेन के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन बीजेपी और एनडीए को कड़ी टक्कर देने की तैयारी कर रहा है।

चुनावी रणनीति

एनडीए के इस गठबंधन का मुख्य फोकस विकास, सुशासन और झारखंड की अस्मिता पर होगा। बीजेपी विकास के एजेंडे को प्राथमिकता देते हुए राज्य की जनता को यह संदेश देने की कोशिश करेगी कि एनडीए की सरकार ही राज्य में स्थिरता और विकास ला सकती है।

इसके साथ ही, क्षेत्रीय दलों जैसे आजसू और जेडीयू की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी। आजसू के पास राज्य के आदिवासी और ग्रामीण इलाकों में मजबूत आधार है, जबकि जेडीयू अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेगी।

Jharkhand Assembly Election 2024

निष्कर्ष

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 (Jharkhand Assembly Election 2024) में एनडीए के सीट बंटवारे का फ़ॉर्मूला तय हो गया है, जिससे गठबंधन की चुनावी रणनीति स्पष्ट हो गई है। बीजेपी 68 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, आजसू को 10, जेडीयू को 2 और एलजेपी को 1 सीट मिली है।

Jharkhand Assembly Election 2024 : इस बार का चुनाव झारखंड की अस्मिता और विकास को केंद्र में रखकर लड़ा जा रहा है, और एनडीए का यह गठबंधन राज्य में एक बार फिर से सत्ता में वापसी करने की कोशिश करेगा। अब देखना होगा कि झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में विपक्षी गठबंधन और एनडीए के बीच यह मुकाबला किस दिशा में जाता है, और झारखंड की जनता किसे अपना समर्थन देती है।

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