Bihar Students Beaten in west Bengal | बंगाल में छात्रों की पिटाई का मामला हाल ही में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मामले को लेकर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उन्होंने बिहार पुलिस और प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
पश्चिम बंगाल के डीजीपी को भी पत्र लिखकर इस मामले की गंभीरता से जांच करने की अपील की है। इस पूरे घटनाक्रम ने बिहार की राजनीति को भी हिला दिया है, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ अन्य नेताओं ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है।
घटना का विवरण
घटना की शुरुआत तब हुई जब बिहार के दो छात्र परीक्षा देने के लिए पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी गए थे। वे परीक्षा के बाद सिलीगुड़ी में ठहरे हुए थे, जहां कुछ बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में छात्रों को गंभीर चोटें आईं, और इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। वीडियो के वायरल होने के बाद बिहार और बंगाल दोनों ही राज्यों में इसे लेकर भारी आक्रोश देखा जा रहा है।
नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया
इस मामले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बिहार पुलिस को निर्देश दिए। उन्होंने पश्चिम बंगाल पुलिस से भी इस मामले की गंभीरता से जांच करने की अपील की है।
नीतीश कुमार ने अपने अधिकारियों से बातचीत कर मामले की स्थिति का जायजा लिया और यह सुनिश्चित किया कि छात्रों के साथ न्याय हो। बिहार पुलिस ने भी तुरंत कार्रवाई करते हुए पश्चिम बंगाल के डीजीपी को पत्र लिखकर इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है।
गिरिराज सिंह का बड़ा सवाल
इस मामले पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए पश्चिम बंगाल सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सवाल किया है कि वे इस घटना पर चुप क्यों हैं।
गिरिराज सिंह ने यह आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार बिहार के छात्रों के साथ हो रही मारपीट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही है, जबकि रोहिंग्या मुसलमानों के लिए वहां रेड कारपेट बिछाया जाता है। उन्होंने कहा कि यह घटना न सिर्फ बिहार बल्कि पूरे देश के लिए शर्मनाक है।
ममता बनर्जी पर निशाना
बिहार की सत्ताधारी पार्टी जेडीयू और भाजपा ने इस घटना को लेकर ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा है। जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार खुलेआम गुंडों को संरक्षण देती है, जो इस तरह के घिनौने कृत्य कर रहे हैं। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अब तक इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी है।
तेजस्वी यादव की चुप्पी पर सवाल
इस पूरे मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की चुप्पी पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। विपक्षी नेताओं ने यह मुद्दा उठाया है कि तेजस्वी यादव, जो खुद युवाओं और छात्रों के मुद्दों पर बोलने के लिए जाने जाते हैं, इस मामले पर चुप क्यों हैं। इससे बिहार की राजनीति में एक बार फिर से गर्माहट आ गई है, और यह मुद्दा आने वाले दिनों में और तूल पकड़ सकता है।
रजत भट्टाचार्य की गिरफ्तारी |Bihar Students Beaten in west Bengal
इस घटना के बाद पुलिस ने भी तेजी से कार्रवाई की है। वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने रजत भट्टाचार्य नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह व्यक्ति बांगला पख संगठन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है, जो पहले भी हिंदी भाषा और हिंदी भाषियों के खिलाफ हिंसक गतिविधियों में लिप्त रहा है। पुलिस ने उसे सिलीगुड़ी थाने में पूछताछ के लिए हिरासत में रखा है और मामले की पूरी जांच की जा रही है।
लालू प्रसाद यादव की ममता बनर्जी से बातचीत
इस घटना को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी ममता बनर्जी से फोन पर बातचीत की है। लालू यादव ने ममता बनर्जी से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और ममता बनर्जी ने भी उन्हें आश्वासन दिया है कि इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। लालू यादव की इस प्रतिक्रिया से यह साफ है कि बिहार के नेता इस मुद्दे को लेकर गंभीर हैं और इसे राज्य के गौरव से जोड़कर देख रहे हैं।
राजनीतिक माहौल में गर्मी
इस घटना ने बिहार और पश्चिम बंगाल के बीच राजनीतिक संबंधों को भी प्रभावित किया है। केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने भी पश्चिम बंगाल की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वहां कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है। उन्होंने ममता बनर्जी की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में अराजकता की स्थिति है और वहां की सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
Bihar Students Beaten in west Bengal viral video
निष्कर्ष
Bihar Students Beaten in west Bengal | बंगाल में छात्रों की पिटाई का मामला न सिर्फ एक आपराधिक घटना है, बल्कि यह राजनीतिक मुद्दा भी बन गया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अन्य नेताओं ने इस पर सख्त रुख अपनाया है, वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और लालू प्रसाद यादव ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। यह मामला आने वाले दिनों में और भी तूल पकड़ सकता है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि ममता बनर्जी की पश्चिम बंगाल सरकार इस पर क्या कदम उठाती है।