Big News 2025|कौन हैं रेखा गुप्ता? जानें क्यों रेखा गुप्ता को बनाया गया Delhi CM

रेखा गुप्ता: साधारण परिवार से दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनने तक का सफर

दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर हुआ है। लंबे सस्पेंस के बाद बीजेपी ने रेखा गुप्ता को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री (Delhi CM) घोषित कर दिया। यह नाम पहले चर्चा में नहीं था, लेकिन अब हर किसी की जुबान पर है। आइए, जानते हैं कि कैसे एक साधारण परिवार से आई रेखा गुप्ता ने संघर्ष की राह पर चलते हुए सत्ता की सबसे ऊंची कुर्सी तक का सफर तय किया।

रेखा गुप्ता का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

हरियाणा के जींद जिले के नंदगढ़ गांव में जन्मी रेखा गुप्ता का परिवार 1976 में दिल्ली शिफ्ट हो गया था। उनके पिता बैंक में नौकरी करते थे, जबकि दादा एक आरती थे। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से पढ़ाई की और छात्र राजनीति में सक्रिय रहीं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़कर उन्होंने कई आंदोलनों में हिस्सा लिया और 1996 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष बनीं।

राजनीति में पहला कदम और संघर्ष

रेखा गुप्ता ने 2007 और 2012 में उत्तरी पीतमपुरा से पार्षद का चुनाव जीता। इसके बाद 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने शालीमार बाग सीट से अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन जीत नहीं मिली। हालांकि, हार के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और 2025 में उन्होंने आम आदमी पार्टी की वंदना कुमारी को 29,585 वोटों के बड़े अंतर से हराकर विधायक का पद हासिल किया।

बीजेपी ने क्यों चुना रेखा गुप्ता को?

बीजेपी ने रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री (Delhi CM) बनाने का फैसला कई कारणों से लिया। पहला, वे एक महिला हैं, और बीजेपी को महिला नेतृत्व को आगे बढ़ाने की जरूरत थी। दूसरा, वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से लंबे समय से जुड़ी रही हैं। तीसरा, उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है, जिससे उनकी छवि एक ईमानदार और सशक्त नेता की बनी।

चुनौतियां और आगे का रास्ता

मुख्यमंत्री (Delhi CM) बनने के बाद रेखा गुप्ता के सामने कई बड़ी चुनौतियां होंगी। दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण, यमुना नदी की सफाई और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दे उनके लिए परीक्षा की घड़ी साबित होंगे। इसके अलावा, उनके हर फैसले की तुलना पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से की जाएगी।

जनता की उम्मीदें और नया अध्याय

रेखा गुप्ता की यह यात्रा दिखाती है कि अगर मेहनत और संकल्प हो, तो कोई भी सफलता हासिल कर सकता है। दिल्ली की जनता उनसे बदलाव और विकास की उम्मीद कर रही है। अब देखना यह होगा कि वे अपने वादों पर कितना खरा उतरती हैं।

दिल्ली की राजनीति में नया अध्याय

दिल्ली की राजनीति में यह नया अध्याय कितना सफल होगा, यह तो आने वाला समय बताएगा। लेकिन एक बात तय है – रेखा गुप्ता ने यह साबित कर दिया कि संघर्ष का कोई विकल्प नहीं होता।

रेखा गुप्ता का मुख्यमंत्री (Delhi CM) बनना न केवल उनके लिए बल्कि दिल्ली की राजनीति के लिए भी एक महत्वपूर्ण मोड़ है। उनकी नीतियां, उनके फैसले और उनके नेतृत्व की क्षमता आने वाले वर्षों में दिल्ली की दिशा तय करेंगे।

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