कनाडा को भारतीय छात्रों की नाराजगी से भारी नुकसान: क्या कनाडा अब सुरक्षित नहीं रहा?
Indian students in Canada : भारत और कनाडा के बीच हालिया राजनीतिक तनाव ने दोनों देशों के संबंधों पर गहरा असर डाला है। खासकर भारतीय छात्रों की कनाडा में पढ़ाई को लेकर उठ रहे सवालों ने कनाडा की अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव डाला है। भारत के लाखों छात्रों का कनाडा में जाकर पढ़ाई करने का सपना अब टूटता नज़र आ रहा है।
भारतीय छात्रों और उनके परिवारों के बीच अब कनाडा को लेकर असुरक्षा का भाव गहरा हो गया है। कनाडा ने भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगाया था, जिसके बाद भारत और कनाडा के रिश्ते बिगड़ गए।
लेकिन अब, संजय कुमार वर्मा की एक बात पूरी तरह से सच साबित हो रही है। भारत के लाखों लोगों ने कनाडा की शिक्षा प्रणाली और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव डालते हुए उसे बड़ी चुनौती देना शुरू कर दिया है।
भारतीय छात्रों से कनाडा को होता है अरबों का फायदा
कनाडा की अर्थव्यवस्था में भारतीय छात्रों का बड़ा योगदान है। भारतीय हाई कमिश्नर संजय कुमार वर्मा के अनुसार, वर्तमान में कनाडा में लगभग 4,27,000 भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। इन छात्रों की वजह से कनाडा हर साल 18 बिलियन डॉलर (करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये) की कमाई करता है। यह आंकड़ा कनाडा की शिक्षा और आवासीय व्यवस्था पर भारतीय छात्रों की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है।
लेकिन हाल की घटनाओं के चलते भारतीय छात्रों और उनके माता-पिता के बीच कनाडा को लेकर असुरक्षा का माहौल पैदा हो गया है। इसका सीधा असर कनाडा की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है, क्योंकि अब भारतीय छात्र कनाडा में पढ़ाई के लिए आवेदन करने से कतराने लगे हैं।
कनाडा में फर्जी शिक्षा संस्थानों से ठगे जा रहे भारतीय छात्र | Indian students in Canada
कनाडा में कई ऐसे फर्जी शिक्षा संस्थान भी हैं जो भारतीय छात्रों को ठगने का काम करते हैं। इन संस्थानों में दाखिला लेने के बाद छात्रों को न केवल शिक्षा में कठिनाई का सामना करना पड़ता है, बल्कि उन्हें नौकरी पाने और वहां स्थायी रूप से बसने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
भारत में माता-पिता अपने बच्चों को कनाडा भेजने के लिए घर और जमीन तक बेच देते हैं। वे अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए भारी कर्ज लेकर उन्हें विदेश भेजते हैं, लेकिन कनाडा पहुंचने के बाद छात्रों को हकीकत का सामना करना पड़ता है।
कनाडा में छात्रों को न केवल पढ़ाई की कठिनाइयों से जूझना पड़ता है, बल्कि उन्हें काम के अवसर भी कम मिलते हैं। इसके अलावा, महंगाई और असुरक्षा ने कनाडा में पढ़ने के निर्णय को और भी कठिन बना दिया है।
कनाडा की अर्थव्यवस्था पर भारतीय छात्रों का असर
भारत और कनाडा के बीच बिगड़ते राजनीतिक संबंधों का असर सिर्फ छात्रों पर ही नहीं बल्कि कनाडा की पूरी अर्थव्यवस्था पर पड़ा है। 2025 के एकेडमिक सत्र के लिए कनाडा में भारतीय छात्रों के आवेदन में 80% की गिरावट दर्ज की गई है। यह आंकड़ा कनाडा के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि वहां की शिक्षा प्रणाली और विदेशी छात्रों पर आधारित आर्थिक मॉडल अब कमजोर पड़ता जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह स्थिति बनी रही तो आने वाले सालों में कनाडा को करोड़ों डॉलर का नुकसान झेलना पड़ सकता है। भारतीय छात्र और उनके माता-पिता अब कनाडा को एक सुरक्षित और स्थिर विकल्प नहीं मान रहे हैं। इससे कनाडा की प्रतिष्ठा को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
कनाडा में महंगाई और अपराध का बढ़ता खतरा
कनाडा में छात्रों के लिए महंगाई एक बड़ी समस्या बन चुकी है। घर का किराया, भोजन और दैनिक जरूरतों की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे भारतीय छात्रों को वहां रहने और पढ़ाई करने में दिक्कतें आ रही हैं। इसके अलावा, कनाडा में अपराध भी बढ़ रहा है, और भारतीय छात्रों पर अपराधियों और गैंग्स के हमलों की खबरें भी सामने आ रही हैं।
कई भारतीय छात्र कनाडा में खालिस्तानी तत्वों और गैंग्स द्वारा किए गए हमलों के शिकार हुए हैं, जिससे वहां रहने वाले छात्रों में डर और असुरक्षा की भावना बढ़ गई है। इन घटनाओं ने छात्रों और उनके परिवारों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या कनाडा अब एक सुरक्षित देश है?
भारतीय छात्रों की कनाडा जाने में घटती रुचि
Indian students in Canada : हाल के सर्वेक्षणों से पता चला है कि अब भारतीय छात्र कनाडा जाने में उतनी रुचि नहीं दिखा रहे जितनी पहले थी। कई परिवार अपने बच्चों को कनाडा भेजने से कतराने लगे हैं, और इसके बजाय वे अन्य देशों जैसे अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय देशों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
यह बदलाव भारतीय छात्रों की सुरक्षा और भविष्य को लेकर बढ़ती चिंताओं को दर्शाता है। जिन छात्रों ने पहले से ही कनाडा में दाखिला लिया है, वे भी वहां के हालात से परेशान हैं और नए छात्र अब वहां जाने से बच रहे हैं।
कनाडा को मिलने वाली सजा
भारतीय छात्रों द्वारा कनाडा से मुंह मोड़ना वहां की सरकार और आर्थिक प्रणाली के लिए एक बड़ी सजा के रूप में देखा जा रहा है। कनाडा की शिक्षा प्रणाली पर भारतीय छात्रों का बड़ा योगदान रहा है, और उनकी संख्या में आई कमी कनाडा की आर्थिक स्थिति पर सीधा प्रभाव डालेगी।
भारतीय छात्र न केवल कनाडा की शिक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं, बल्कि वहां की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि भारतीय छात्र कनाडा जाना बंद कर देते हैं, तो इससे वहां की शिक्षा व्यवस्था और विदेशी छात्रों पर आधारित आर्थिक मॉडल को भारी नुकसान होगा।
निष्कर्ष
कनाडा की शिक्षा व्यवस्था और उसकी अर्थव्यवस्था को भारतीय छात्रों की नाराजगी का भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। भारतीय छात्रों के कनाडा में पढ़ाई करने की संख्या में आई गिरावट ने कनाडा की आर्थिक स्थिति को कमजोर करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही, कनाडा में बढ़ते अपराध, महंगाई और असुरक्षा ने भारतीय परिवारों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कनाडा अब एक सुरक्षित विकल्प नहीं रहा।
Indian students in Canada : कनाडा को इस नुकसान से उबरने में लंबा समय लग सकता है, और यह स्थिति तब तक बनी रहेगी जब तक कि कनाडा अपनी नीतियों और भारतीय छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम नहीं उठाता।